गलियां ते तेरियां बाबल भीरियांमेरा अगन हुआ पर देबाबल तू घर छोड़ दे पूनदी चली विगोने देसगा चिरीयां दा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानासगा चिरीयां दा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानासगा चिरीयां दा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानाजंझ बेठी हैं बूआ मंग केहोना में पर्देश रहने पढ़ के लेकर दियांउड़ जाना सगा चिरीयां दा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानासगा चिरीयां दा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानाबाबल अमरी वीरी वितक दे लिखियां मोड नि सक देसद यज़ दी अखीरी रात बाबल असं उड़ जानासद यज़ दी आंगा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानाबक्षिदे नि माई बतियां तारांजान दीवार सलाम गुजारां फिर किसमत दे नाल में बाबल असं उड़ जानासद यज़ दी आंगा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानासद यज़ दी आंगा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानासद यज़ दी आंगा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जानाअसं उड़ जानासद यज़ दी आंगा चम्बाग भे बाबल असं उड़ जाना